उपन्यास क्या है?


उपन्यास- 

उपन्यास का वास्तविक अर्थ है, हमारे समीप रखी   गई वस्तु परन्तु आधुनिक काल में इसका प्रयोग  हिंदी साहित्य के एक विशेष के लिए प्रयोग किया जाता है। जिसमें एक दीर्घ कथा ( लंबी कथा )  का वर्णन गद्य में किया  जाता है।  लेखक का विचार होता है, कि जीवन में हो रही तकलीफ़ समस्या  आदि का वर्णन निकट रूप  से प्रस्तुत किया जाता है। अतः इसका यह नाम हर तरह से  उचित है                        

                   हिंदी साहित्य के कुछ अन्य अंग भी है जैसे - कहानी, नाटक,एकांकी आदि में भी जीवन को उपन्यास की भाति बहुत निकट रूप से गहेन कर दिया जाता है। प्राचीन काव्य शास्त्र में इस शब्द का प्रयोग नाटक की प्रति मुख्य संधि के एक उपभेद के रूप में किया गया है।

जिसका अर्थ होता है किसी अर्थ को युक्तिपूर्ण ( पूरी तरह से ) ढंग से प्रस्तुत करने वाला तथा प्रसन्नता प्राप्त करने वाला हिंदी साहित्य के अन्य अंगों में भी लागू होती है। आधुनिक काल में उपन्यास शब्द अंग्रेजी के Novel अर्थ में प्रयुक्त होता है। जिसका अर्थ है,एक लंबी कथात्मकता गद्य रचना है।

 

कहानी किसे कहते हैं? 

कहानी -

हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना जाता है । बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से ही तय किया था । मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव जाति के लिए अत्याधिक स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य (अच्छी)तथा असभ्य (बुरी)समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। 

परिभाषाा -  एडगर एलिन पो के अनुसार कहानी कि परिभाषा "कहानी वह छोटी आख्यानात्मक रचना है, जिसे एक बैठक में पढ़ा जा सके, जो पढ़ने वाले मानव में एक समन्वित प्रभाव उत्पन्न करने के लिये लिखी गई हो, जिसमें उस प्रभाव को उत्पन्न करने वाले सहायक तत्वों के अलवा और कुछ न हो और जो हो अपने आप में पूर्ण होना चाहिए।"

समालोचना -  कथा वास्तु,  भाषा शैली , देशकाल , चरित्र चित्रण , उद्देश्य ।


उपन्यास और कहानी अन्तर -

उपन्यास का वास्तविक अर्थ है, हमारे समीप रखी   गई वस्तु परन्तु आधुनिक काल में इसका प्रयोग  हिंदी साहित्य के एक विशेष के लिए प्रयोग किया जाता है। जिसमें एक दीर्घ कथा ( लंबी कथा )  का वर्णन गद्य में किया  जाता है।  लेखक का विचार होता है, कि जीवन में हो रही तकलीफ़ समस्या  आदि का वर्णन निकट रूप  से प्रस्तुत किया जाता है। अतः इसका यह नाम हर तरह से  उचित है   
 कहानी हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना जाता है । बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से ही तय किया था । मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव जाति के लिए अत्याधिक स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य (अच्छी)तथा असभ्य (बुरी) समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है।